राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान रायपुर में, 26 जून 2023 को “नशीली दवाओं के सेवन और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय नशा विरोधी दिवस” मनाया गया। संस्थान के एनसीसी क्लब के तत्वाधान में नशा विरोधी रैली निकालकर लोगों को नशे से दूर रहने हेतु जागरूक किया गया। इसके साथ ही संस्थान की डिस्पेंसरी द्वारा “ड्रग फ्री इंडिया” पर आधारित एक सेमीनार का आयोजन भी किया गया |
इस दौरान संस्थान के निदेशक डॉ एन वी रमना राव , डीन अकादमिक डॉ श्रीश वर्मा , हेड सी डी सी डॉ समीर बाजपेयी , फैकल्टी मेम्बेर्स , स्कोलर्स और विद्यार्थी मौजूद रहे | रैली का आयोजन एनसीसी के संकाय प्रभारी डॉ. नीरज मन्हास वहीँ सेमीनार का आयोजन मेडिकल ऑफिसर, एन आई टी डिस्पेन्सरी डॉ सौम्या अग्रवाल के मार्गदर्शन में किया गया । इन कार्यक्रमों के सफल आयोजन में डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ नितिन जैन ने भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की |
इस रैली में नशे के विरुद्ध जागरूकता पैदा करने वाले नारें “हम सबका एक ही नारा, नशा मुक्त हो देश हमारा” एवं “नशे की लत है ऐसी जो करदे जिंदगी नरक जैसी ” जैसे नारे जोर शोर से लगाए गए।
इस कार्यक्रम के बाद ड्रग फ्री इंडिया पर एक सेमीनार का भी आयोजन किया गया जिसके मुख्य वक्ता एम डी , मनोविज्ञान , डॉ निशांत साहू रहे | सबसे पहले मेडिकल ऑफिसर, एन आई टी डिस्पेन्सरी डॉ सौम्या अग्रवाल ने नशीली दवाओं के सेवन और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय नशा विरोधी दिवस के बारे में जानकारी दी और कहा की नशे की गिरफ्त में आने से आप शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से ग्रसित हो सकते हैं | इसके बाद डॉ एन वी रमना राव ने कहा कि हमें नशे के विरुद्ध युवाओं को जागरूक करने की जरुरत है | नशे से सामजिक व्यवस्था पर भी बुरा असर पड़ रहा है जिससे हत्या , चोरी और लूट जैसी घटनाएं बढ़ रही है | इसके बाद डॉ निशांत साहू ने अपने व्याख्यान में कहा की ड्रग फ्री इंडिया भारत सरकार की अमूल्य पहल है और नशे के विरुद्ध जागरूकता लाना इसका पहला कदम है | उन्होंने नशे के लिए प्रयोग में ली जाने वाली चीजों की जानकारी और उसके नुक्सान के बारे में विस्तार से जानकारी दी
उन्होंने नशे के कारण बताते हुए कहा कि आजकल खुद को आधुनिक बताने , अवसाद में , परफॉरमेंस प्रेशर इत्यादि में पडकर लोग नशा करना शुरू कर देते है
उन्होंने इससे बचने की सलाह देते हुए कहा कि नशे के विरुद्ध जागरूक रहकर इसे ना कहें और जरूरत पड़ने पर इसके विरुद्ध सहायता लेने या बात करने से भीं पीछे न हटें |