PTV BHARAT भारत का लक्ष्य 2070 तक कार्बन उत्सर्जन को शून्य करना है, इसलिए इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) परिवहन क्षेत्र को कार्बन-मुक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हालांकि, ईवी को व्यापक रूप से अपनाना एक विश्वसनीय और सुलभ चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर पर निर्भर करता है। इसे सुविधाजनक बनाने के लिए भारत सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थापना और संचालन के लिए दिशानिर्देश 2024 जारी किए हैं। यह देश भर में चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना में तेज़ी लाने के लिए डिज़ाइन किया गया एक ढांचा है। एक मज़बूत ईवी चार्जिंग नेटवर्क का निर्माण न केवल सुविधा के लिए बल्कि ऊर्जा, सुरक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा का लाभ उठाने और वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए भी महत्वपूर्ण है। इस विकास से नए उद्योग सृजन, रोज़गार पैदा करने और नवीकरणीय ऊर्जा, बैटरी तकनीक और स्मार्ट ग्रिड सिस्टम में नवाचार को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए दिशानिर्देश 2024 की मुख्य विशेषताएं
दिशानिर्देश 2024 शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों एवं दोपहिया वाहनों से लेकर भारी-भरकम ट्रकों तक, विभिन्न प्रकार के वाहनों की ज़रूरतों को पूरा करने वाले चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के तेज़ गति से विस्तार को सुनिश्चित करने के लिए एक स्पष्ट रोडमैप प्रदान करते हैं। दिशा-निर्देश 2024 की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं:
स्मार्ट चार्जिंग: दिशा-निर्देश 2024 स्मार्ट चार्जर्स के उपयोग को बढ़ावा देते हैं, जो ऊर्जा खपत को अनुकूलित करने के लिए ग्रिड प्रबंधन प्रणालियों के साथ एकीकृत होते हैं। स्मार्ट चार्जर उपयोगकर्ताओं को व्यस्त समय के अलावा (ऑफ-पीक) चार्जिंग सत्र शेड्यूल करने से बिजली की मांग कम होती है। इससे लागत कम होती है और पावर ग्रिड पर बोझ कम करता है। स्मार्ट चार्जर उपयोगकर्ताओं को ऑफ-पीक घंटों के दौरान चार्जिंग शेड्यूल करके लागत कम करने में सक्षम बनाता है। यात्रा के लिए चार्जिंग स्टेशन की उपलब्धता पर वास्तविक समय की जानकारी प्रदान करते हैं। एक डिस्कॉम के रूप में, आप अपने ग्रिड को स्थिर करने में मदद करने के लिए स्मार्ट ईवी चार्जर्स को प्राथमिकता देंगे। ईवी को सिस्टम में आसानी से एकीकृत करने की अनुमति देंगे, क्योंकि अप्रबंधित चार्जिंग आपके ग्रिड को ओवरलोड कर आपके परिचालन व्यय को बढ़ा सकती है तथा ग्रिड की विश्वसनीयता एवं स्थिरता पर प्रतिकूल प्रभाव डाल
सार्वजनिक और निजी चार्जिंग स्टेशन: दिशा-निर्देश 2024 में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में नियमित अंतराल पर सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशनों का निर्माण अनिवार्य किए गए हैं, ताकि चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर तक पहुंच सुनिश्चित किया जा सके। ईवी को प्रोत्साहित करने के लिए इसकी उपलब्धता महत्वपूर्ण है। वे आवासीय परिसरों, कार्यालयों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों में निजी चार्जिंग पॉइंट को बढ़ावा देते हैं। यह व्यक्तियों और व्यवसायों के लिए पहुंच को सरल बनाते हैं और शहरी और उपनगरीय निवासियों के बीच ईवी अपनाने को और बढ़ावा देते हैं। एक इलेक्ट्रिक वाहन उपयोगकर्ता के रूप में, आपको दिल्ली से शिमला की यात्रा करते समय अपनी ईवी बैटरी चार्ज करने की चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। आपको राजमार्ग पर प्रत्येक 20 किलोमीटर पर एक चार्जिंग प्वाइंट मिल जाएगा। शहर में आने के बाद, आप बिना किसी चिंता के अपने घर या कार्यालय में चार्ज कर सकते हैं।
पारस्परिकता (इंटरऑपरेबिलिटी) : दिशा-निर्देश 2024 की एक प्रमुख विशेषता विभिन्न चार्जिंग नेटवर्क के बीच पारस्परिकता पर जोर देना है। इसका मतलब है कि ईवी उपयोगकर्ता चार्जिंग उपकरण के निर्माता या वाहन के प्रकार की चिंता किए बिना किसी भी चार्जिंग स्टेशन पर अपने वाहन चार्ज कर सकेंगे। यह सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है कि चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर व्यापक रूप से सुलभ और उपयोगकर्ताओं के अनुकूल हो। ईवी उपयोगकर्ताओं के लिए, पारस्परिकता संभावित रूप से कम शुल्क के साथ कई चार्जिंग नेटवर्क तक पहुंच को सक्षम करके अधिक सुविधा, लचीलापन, कम रेंज की चिंता, लागत बचत प्रदान करती है। इसलिए, अगली बार जब आप यात्रा करेंगे, तो आप हाईवे पर या शहर में सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशन पर अपने ईवी को चार्ज करने के लिए लंबी कतार में इंतजार करते हुए निराश नहीं होंगे। चार्जर्स की पारस्परिकता के लिए धन्यवाद, आप निकटतम चार्जिंग स्टेशन का अविलंब पता लगाने के लिए किसी भी चार्जिंग सेवा प्रदाता के मोबाइल ऐप का उपयोग कर सकते हैं।