PTV BHARAT मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सोमवार को मझौली के समीप स्थित ग्राम रिंवझा में श्री लक्ष्मी नारायण यज्ञ एवं श्रीमद भागवत कथा में शामिल हुए। श्रीमद भागवत कथा का आयोजन गौरी गोपाल आश्रम, वृंदावन के संस्थापक एवं प्रख्यात कथावाचक डॉ. अनिरुद्धाचार्य जी महाराज द्वारा किया गया है। रिंवझा अनिरुद्धाचार्य जी महाराज का पैतृक ग्राम है और उनका बचपन यही व्यतीत हुआ था।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आयोजन स्थल पर पहुँचकर अनिरुद्धाचार्य जी महाराज से भेंट की और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने व्यासपीठ को भी नमन किया तथा प्रदेशवासियों की खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर कथावाचक अनिरुद्धाचार्य जी महाराज ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव का बंशी, श्रीमद्भागवत गीता एवं अंगवस्त्रम् भेंट कर स्वागत किया। अनिरुद्धाचार्य जी ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव की कार्यशैली, लोकहित में उनके किये जा रहे कार्यों की सराहना की।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि श्रीमद भागवत कथा श्रवण करने के अवसर को श्रद्धालुओं के लिये सौभाग्यशाली बताया। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की यह कथा भक्तों के रोम-रोम को आनंद प्रदान करने वाली है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वेद वाक्य “यत् पिंडे-तत् ब्रह्माण्डे” की व्याख्या भी की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में दुनिया आज भारतीय संस्कृति को देखना, समझना और अंगीकृत करना चाहती है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण कंस का वध करने के बाद शिक्षा प्राप्त करने उज्जैन आए थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि धार के समीप स्थित अमझेरा में भगवान श्रीकृष्ण ने युद्ध किया और जानापाव में उन्हें भगवान परशुराम ने सुदर्शन चक्र दिया था। उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता आज भी प्रासंगिक है। यह सभी को अमीर और गरीब के भेद से मुक्त होकर मित्रता निभाने की सीख प्रदान करती है।