PTV BHARAT 21 FEB 2025 माटी के रंग भारतीय संस्कृति के साथ देश की परम्परागत शिल्य परम्परी का मेला विलुप्त हो रही है बुनकर शिल्प हमारी संस्कृती धरोहर को बनाये रखने देश के सिलहस्त शिल्पकारों / दस्तकारों बुनकरों के सतत काम मिले उनके उत्पदान का उचित दाम मिले उनके आर्थिक समृद्धि एवं खुशहाली हेतु एक छोटा सा प्रयास देश के माटी के रंग, भारतीय सस्कृति के संग के बहुरंगी आयोजन के साथ ही साथ नृत्य सध्या सास्कृति धार्मिक जागरूकता निर्यात प्रबंधन कला निर्माण की प्रक्रिया का जीवन एवं जागृत प्रदर्शन एवं विपणन का आयोजन नगर के आकाशवाणी के सामने चर्च ग्राउण्ड में की गई है यह प्रदर्शनी भारतीय सस्कृति एवं कला का जीवन एवं जागत प्रयास है। देश की मिटटी को नाम मिले हर हाथ को काम मिले काम बहुत शेष है करना विशेष है ।
शिल्पकारों दस्तकारों बुनकरों को दलालो शोषगफताओं से आजादी दिलाकर उनके सम्मान एवं उनके उत्पाद को उचित दाम दिलाया जाये।
देश एवं प्रदेश के विश्वविद्यालय हस्तशिलियों के उत्पादन, बेलमेटला आयरण काफ्ट काष्ठ शिल्प मिट्टी शिल्प कोडी शिल्प गोडना शिल्य जड शिशल शिल्य काशीदाकारी बनारसी, कश्मीनी चंदेरी महेश्वरी कोसा जरी लखनवी चिकन वर्क बाध वटीक तथा अन्य आकर्षण बहुउपयोगी गृह सजावभी कला कृतियों उचित दामों में रकम शिल्पकारों के हाथो न्यूनतम दामों पर प्राप्त होगी प्रातः 11 बजे से राशि 10 बजे तक प्रत्ति दिवस रंग रंग सास्कृतिक रामायण महाभारत वेदिर सनातन संस्कृति एवं बच्चों के मनोरजन आकर्षण मिले।
ग्रीष्म कालीन अल्पअवधि को प्रशिक्षण एवं शिल्प कला की तकनीकी की बढ़ावा देने के उद्देश्य से संस्था द्वारा 15-15 दिवसीय ग्रीष्मकालीन अल्प अवधि का हस्तशिल्प प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है।