PTV BHARAT मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को उज्जैन में जीवाजी वैधशाला पर नवस्थापित विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का अवलोकन किया और इस अवसर पर उन्होंने रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लैव में शामिल हुए निवेशकों को वैदिक घड़ी के महत्व और विशेषताओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर आयोजित विशेष सहभोज में निवेशकों के साथ आत्मीयता के साथ भोजन ग्रहण किया और चर्चा की। इस मौके पर बांसूरी वादन के कलाकारों ने बांसूरी पर स्वर लहरियाँ बिखेरी और ‘राम आयेंगे मेरी झोपड़ी के भाग खुल जायेंगे’ सहित अनेक भजनों की सुमधुर प्रस्तुति दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बांसूरी वादक कलाकारों का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया और उन्हें स्मृति स्वरूप अपना पेन भी भेंट किया।
उल्लेखनीय है कि विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का निर्माण लखनऊ की संस्था ‘आरोहण’ के आरोह श्रीवास्तव ने बनाई है। इसमें GMT के 24 घंटों को 30 मुहूर्त (घटी) में बांटा गया है। हर घटी का धार्मिक नाम और खास मतलब होगा। घड़ी में घंटे, मिनट और सेकंड वाली सुई भी रहेगी। सूर्योदय और सूर्यास्त के आधार पर यह टाइम की कैलकुलेशन करेगी। मुहूर्त गणना, पंचांग, मौसम से जुड़ी जानकारी भी हमें इस घड़ी के जरिए मिलेगी।