PTV BHARAT गौरेला। गौरेला जिले में पुलिया पाटकर बेजा कब्जा करने के चलते स्कूल परिसर में लबालब पानी भर गया है। बच्चे घुटने भर पानी से होकर स्कूल पहुंच रहे हैं। वहीं कलेक्टर द्वारा बेजा कब्जा हटाने के 2 साल बाद फिर से बेजा कब्जा कर स्कूल के पानी निकास को रोक दिया है। यह मामला पेण्ड्रारोड तहसील अंतर्गत विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा बाहुल्य ग्राम पंडरीपानी के मिडिल स्कूल का है। दरअसल, इस स्कूल में चारों ओर बाउंड्री बनाने के बाद पानी निकासी की नाली जिस पुलिया से जोड़ा गया था, उस पुलिया को मिट्टी से पाटकर गांव के ही एक व्यक्ति प्रेम सिंह गोंड़ ने अवैध कब्जा कर लिया है। इस अवैध कब्जा से स्कूल के पानी का निकास पूरी तरह से बंद हो गया है, जिससे स्कूल परिसर में बारिश का छात्र छात्राओं को स्कूल आने में परेशानी हो रही है। साथ ही खेल मैदान में खेल की गतिविधियां भी बंद हो गई हैं। स्कूली छात्र छात्राओं, पालक और स्कूल के स्टाफ का कहना है कि प्रशासन को इस मामले में संज्ञान लेकर पानी निकास की व्यवस्था बनानी चाहिए, जिससे स्कूल में आने-जाने में समस्या न हो और खेल की गतिविधियां प्रभावित न हो। बता दें कि 2 साल पहले भी इसी तरह से पानी का निकास बंद कर दिया गया था, जिसके बाद 12 जुलाई 2022 को तत्कालीन कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने इस मामले को संज्ञान लिया था। उसके बावजूद फिर से बेजा कब्जा करके पानी निकासी का रास्ता बंद कर दिया है। कलेक्टर के आदेश से पेण्ड्रारोड के तत्कालीन नायब तहसीलदार अविनाश कुजूर और संबंधित ग्राम पंडरीपानी के हल्का के तत्कालीन पटवारी राज कुमार उइके ने बेजा कब्जा हटवाकर स्कूल में पानी भराव की समस्या से निजात दिलाया था।