रायपुर – छत्तीसगढ़ मितवा संकल्प समिति द्वारा सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार संचालित नशा मुक्त भारत अभियान के तहत एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन गरिमा गृह , सरोना रायपुर में किया गया. इस कार्यशाला का थीम “ विकसित भारत का मंत्र भारत हो नशा से स्वतंत्र “ था. कार्यक्रम में गरिमा गृह के छात्र-छात्राओं द्वारा नशा मुक्ति पर संदेश देने के लिए विविध रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ मितवा संकल्प समिति की सचिव रवीना बरिहा द्वारा नशा से होने वाले जोखिमों के बारे में सभी गरिमा गृह के विद्याथियों को अवगत कराया गया। उन्होंने बताया कि नशा पर निर्भर रहने वाले व्यक्तियों को किस प्रकार से शारीरिक और मानसिक परेशानियां आती हैं. संस्था की प्रमुख विद्या राजपूत ने नाश करने वाले व्यक्ति के इलाज काउंसलिंग और हार्म रिडक्शन के विविध उपायों के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा उनके इलाज में भावनात्मक सपोर्ट का क्या भूमिका हो सकती है, इस पर विस्तार से बात की। गरिमा के गृह के प्रोग्राम मैनेजर पापी देवनाथ ने इस दौरान सामूहिक चर्चा का आयोजन कराया, इस चर्चा में प्रतिभागी छात्र-छात्राओं ने ट्रांसजेंडर समुदाय के अंदर बढ़ाते हुए नशा के इस्तेमाल को रोकने के लिए अनेक उपाय सुझाए. कार्यक्रम में मानी मिरी, शिवांगी, देवचरण, देवांशी,व मंजुलिका तथा प्रियांशु ने छ्तीसगढी गानों में नृत्य प्रस्तुत किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम के पश्चात छात्र-छात्राओं ने नशा मुक्ति का शपथ सामूहिक रूप से लिया. कार्यक्रम का संचालन आरोही महानंद के द्वारा किया गया.शपथ में सम्मिलित होने वाले छात्र-छात्राओं में शिवांगी, प्रियांशु, रिया, आरोही, चांंद, भूमि, प्रिंयका, सुदीप्ता, मोनी, समायरा, देवांशी, अवनी, पूजा, संजना, नीरव तथा मोहनी सम्मिलित हुए।