PTV BHARAT रायपुर – दोस्त ( डाक्टरस आन स्ट्रीट) और प्योर संस्था के द्वारा “युवा प्रबोधन वर्कशॉप “ का आयोजन तिल्दा स्थित प्रयोग आश्रम में किया गया. आयोजन में विशेष रूप से शहरी युवा के कौशल उन्नयन के लिये चर्चा हुई. वर्कशॉप के मुख्य अतिथि एकता परिषद के संस्थापक पी वी राजगोपाल ने कहा कि समाज को सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल के लिये , ग़रीबी , असमानता, भेदभाव और हिंसा के खिलाफ ठोस कदम उठाने की ज़रूरत है. इसके लिये जन चेतना के विकास के लिये नागरिक समाज , वंचित समुदाय. शासन और मध्यम वर्ग सभी को आगे आने की ज़रूरत है. अंतिम व्यक्ति के लाभ को आधार बनाकर किये गये कार्यों से ही यह संभव है उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया में सभी जगह गरीब और वंचितों की समस्याओं के विषय पर युवाओं के द्वारा कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं.युवाओं की ऊर्जा सकारात्मक परिवर्तन के लिये हमेशा ही उपलब्ध रहती है. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ सत्यजीत साहू ने कहा कि सामाजिक विकास में व्यक्तिगत विकास समाहित है. और इस विकास की धारा में ही युवाओं के कैरियर के लिये संभावना बेहतर होती है.
युवा वर्कशॉप में एडवोकेट संतोष ठाकुर ने कानुनी कौशल उन्नयन, सुनील शर्मा ने में प्रबंधन कौशल, और डॉ संगीता कौशिक ने महिला सशक्तिकरण के विषय पर आधारित प्रबोधन दिया . परिचर्चा में भावना साहु , रत्ना मिश्रा, मंजु ठाकुर , स्वामी देवांगन , अनिता , अनुराग शर्मा, प्रवीण देवागंन नें भाग लिया. कार्यक्रम का संयोजन प्रयोग आश्रम के अध्यक्ष सीताराम सोनवानी ने किया जिसमें अनन्या चैटरजी जिज्ञासा साहु और नव्या चंद ने सक्रिय सहयोग दिया .
प्रदेश की युवा प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढ़ विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद, रायपुर द्वारा छत्तीसगढ़ यंग साइंटिस्ट कांग्रेस का आयोजन किया जाता है। इसका आयोजन प्रतिवर्ष इंडियन फिजिसिस्ट चन्द्रशेखर वेंकट रमन द्वारा 28 फरवरी को ‘रमन इफेक्ट’ की खोज को चिह्नित करने के लिए आयोजित किया जाता है जिसका उद्देश्य उभरते उत्साही युवा शोधकर्ताओं को उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित कर एक उपयुक्त मंच प्रदान करना है।
वर्ष 2024 के अवार्ड के लिए विभिन्न क्षेत्रों पर रिसर्च पेपर्स आमंत्रित किए गए थे जिसमें एग्रीकल्चर साइंसेज, एग्रीकल्चरल इंजिनियरिंग/ टेक्नोलॉजी, बायोलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी, बायोइंफोरमैटिक्स एंड बायोमेडिकल साइंसेज, कैमिकल साइंसेज, अर्थ एंड एटमॉस्फेरिक साइंसेज, कंप्यूटर साइंसेज, इलेक्ट्रोनिक्स, आईटी, इंस्ट्रूमेंटेशन, सिविल एंड आर्किटेक्चर इंजिनियरिंग, इलेक्ट्रीकल इंजिनियरिंग, इलेक्ट्रोनिक्स एंड टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, मैकेनिकल, मेकेट्रोनिकस, प्रोडक्शन इंजीनियरिंग, एनवायरनमेंटल साइंसेज, लाइफ साइंसेज, मैथमेटिकल एंड स्टेटिस्टिकल साइंस, वैदिक मैथमेटिक्स, फार्मास्यूटिकल साइंस, फिजिक्स, एनिमल हसबेंडरी, डेयरी टेक्नोलॉजी, माइनिंग, मेटलर्जी और अप्लाइड जियोलॉजी प्रमुख हैं।